कुरआन करीम !
* अल्लाह की जबानी
* अल्लाह की किताब
* एक हिकमत व हिदायत वाला कलाम.....
* हकीकत व सच्चाइ को साफ साफ तौर पर बताने वाली किताब
* सच व झुट में फर्क बताने वाली किताब
* शुरू से आखीर तक रोजे अव्वल से रोजे हश्र (कयामत) तक तमाम दुनीयाँ वालों के लिये एक कानुन-एक दस्तुर.........
* हर किस्मत कि बरकतों का सबब......
* रहमत व बरकत और शिफा का असर...
* उल्झनों और मुश्किलात का हल.....
* सिर्फ और सिर्फ कुरआन करिम...॥
* इस्को हमने नमाजे तरावीह में सूना...
* हर रोज लाखो करोडों ने पढा.....
* मगर क्या हमने कभी इसे समझा....
* क्या हमने इसे समझ कर पढा.....
क्या हमने समझ ने कि कोशिश कि
हमने इसे पढा और सुना तो फिर अमल किया ?
सोचीये, अब भी वक्त है !
इसे पढिये, पढाइये
मगर अमल जरूर किजीये......
क्यों के अमल से जिंदगीयाँ बनती है.....
जन्नत भी जहन्नम भी
आप को क्या चाहिये ?
जन्नत या जहन्नम
आखिर फैसला आपका ।
अल्लाह अज वो जल, अमल करने की तौफीक दे..... आमीन
* अल्लाह की जबानी
* अल्लाह की किताब
* एक हिकमत व हिदायत वाला कलाम.....
* हकीकत व सच्चाइ को साफ साफ तौर पर बताने वाली किताब
* सच व झुट में फर्क बताने वाली किताब
* शुरू से आखीर तक रोजे अव्वल से रोजे हश्र (कयामत) तक तमाम दुनीयाँ वालों के लिये एक कानुन-एक दस्तुर.........
* हर किस्मत कि बरकतों का सबब......
* रहमत व बरकत और शिफा का असर...
* उल्झनों और मुश्किलात का हल.....
* सिर्फ और सिर्फ कुरआन करिम...॥
* इस्को हमने नमाजे तरावीह में सूना...
* हर रोज लाखो करोडों ने पढा.....
* मगर क्या हमने कभी इसे समझा....
* क्या हमने इसे समझ कर पढा.....
क्या हमने समझ ने कि कोशिश कि
हमने इसे पढा और सुना तो फिर अमल किया ?
सोचीये, अब भी वक्त है !
इसे पढिये, पढाइये
मगर अमल जरूर किजीये......
क्यों के अमल से जिंदगीयाँ बनती है.....
जन्नत भी जहन्नम भी
आप को क्या चाहिये ?
जन्नत या जहन्नम
आखिर फैसला आपका ।
अल्लाह अज वो जल, अमल करने की तौफीक दे..... आमीन
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