Monday, June 30, 2025

"सदका हर बला को टालता है।"



मिस्र का एक अमीर बिज़नेस मेन था, उसकी उम्र पचास के लगभग थी के एक दिन उसके दिल में तक़लीफ़ का एहसास हुआ, और जब उसने काहिर के सब से बड़े अस्पताल में अपना इलाज कराया तो उन्होंने माज़रत करते हुए उसे योरप जाने को कहा, योरप में तमाम टेस्ट मुकम्मल करने के बाद वहां के डॉक्टर ने उसे बताया के तुम सिर्फ चंद दिनों के मेहमान हो, क्योंकि तुम्हारा दिल काम करना छोड़ रहा है।

वह शख्स बाई पास करवा कर मिस्र वापस आ गया और अपनी जिंदगी के बाकी दिन गिन गिन कर गुज़ारने लगा। एक दिन वह एक दुकान से गोश्त खरीद रहा था जब उसने देखा के एक औरत कसाई की फेंकी चर्बी के टुकड़े को जमा कर रही है, उस शख्स ने औरत से पूछा तुम इसे क्यों जमा कर रही हो ?

औरत ने जवाब दिया के घर में बच्चे गोश्त खाने की ज़िद कर रहे थे, चूंके मेरा शौहर मर चुका है और कमाने का कोई ज़रिया भी नही है, इसलिए मेंने बच्चों की ज़िद की बदौलत मजबूर होकर ये कदम उठाया है, इस फेंकी हुई चर्बी के साथ थोड़ा बहुत गोश्त भी आ जाता है, जिसे साफ करके पका लूंगी।

बिज़नेस मेन की आँखों में आँसू आ गए, उसने सोचा कि मेरी इतनी दौलत का मुझे क्या फायदा? मैं तो अब बस चंद दिनों का महमान हुं, मेरी दौलत किसी गरीब के काम आ जाए उससे अच्छा और क्या, उसने उसी वक्त इस औरत को काफ़ी सारा गोश्त खरीदकर दिया और कसाई से कहा इस औरत को पहचान लो, ये जब भी आए और जितना भी गोश्त माँगे उसे दे देना और पैसे मुझसे ले लेना।

इस वाक्ये के बाद वो शख्स अपने रोज़ मर्रा के मामुलात में मसरूफ हो गया, कुछ दिन उसे दिल में किसी तकलीफ का एहसास न हुआ तो उसने काहिरा में मौजूद लेबोरिटी में दोबारा टेस्ट कराया, डॉक्टर ने बताया के रिपोर्ट के मुताबिक आप के दिल में कोई मसला नही है, लेकिन तसल्ली केलिए आप दोबारा योरप में चेकअप करवा आएँ।
वह शख्स दोबारा योरप गया और वहां टेस्ट कराए, रिपोट्स के मुताबिक उसके दिल मे कोई खराबी सिरे से थी ही नही। डॉक्टर हैरान रह गए और उससे पूछा के आप ने ऐसा क्या खाया कि आपकी बीमारी जड़ से खत्म हो गई।

उसे फ़ौरन वह गोश्त वाली बेवा(विधवा) याद आई और उसने मुस्कुरा कर कहा कि इलाज वहां से हुआ है, जिस पर तुम यक़ीन नही रखते, बेशक मेरे "नबी" ने सच कहा के 

"सदका हर बला को टालता है।"



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